संकेत जिनसे पता चलता है कि ईश्वर आपके साथ है l
- आप जो भी करोगे उसमें आपको बिफलता ही प्राप्त होगी आप सफल नहीं हो पाएंगे, जी हाँ मित्रों यह बात सुनकर आपको थोड़ा अजीब जरूर लग रहा होगा, लेकिन यह सत्य है कि आप हर चीज में बहुत मेहनत करेंगे अच्छाई के रास्तेपर चलेंगे लेकिन आपको सफलता नहीं मिलेगी, आपके मन में निराशा आ जाएगी, यह बार-बार आपके साथ होता रहेगा और तब तक होगा जब तक आपकी आखें नहीं खुल जाती, और अपने जीवन के सही उद्देश को समझ नहीं जाते l
- आपके जीवन में दुःख चरम-सीमा पर होगा, आपको ऐसा लगने लगेगा कि इससे ज्यादा और क्या बुरा हो सकता है हमारे जीवन में, आप दुःख कि चरम-सीमा को महसूस कर पाएंगे, आपको इसका कोई समाधान ही नहीं मिलेगा, एक के बाद एक संकट आपके जीवन में आते ही रहेंगे, मित्रों आपने महान संकट का जीवन तो देखा ही होगा, उनके जीवन में क्या-क्या संकट घटित होता है और जब आपके जीवन में बड़े-बड़े दुःख आने लगेगें तब आप मोह माया से बहार आ जेयेगें और आप सांसारिक बन्धनों से मुक्त हो जायेगें, आपका मन भौतिक सुखों से आगे बढकर इश्वर को जानने के लिये प्रयास करने लगेगा, इन्सान इस समय निराश हो जाता है दुखी हो जाता है लेकिन इन्ही दुखों के कारण इश्वर के प्रति प्रेम भी बढने लगता है और आप समज जाओगे कि यह संसार एक दुखहरण है और इश्वर को प्राप्त करने में ही सरे सुख हैं l मित्रों इश्वर हमें सबसे पहेले हारना सिखाता है क्योंकि जब तक आप हार को नहीं समझेंगे तब तक आप जीत को कभी समझ नहीं पाएंगे l
- आपका अपने ऊपर विश्वास बिल्कुल खत्म हो जायेगा, जब इश्वर आपके साथ होंगे तक आपको बिल्कुल अकेला महसूस होगा, ऐसी स्थिति में आप समझ नहीं पायेगें कि आगे क्या करना है, मुस्किल घडियों में आपका खुद से विश्वास ख़त्म हो जायेगा, आपको लगेगा कि आप एक ऐसी स्थिति में हो जहाँ आपकी कोई मदद नहीं करेंगे, आप किसी भी व्यक्ति को अपने परेशानी बता भी देंगे तो बो आपकी परिशानी को बहुत छोटी परेशानी कहेगें, और आपकी बातों पर ज्यादा ध्यान नहीं देंगे l
- आपकी सभी उमीदें ख़त्म हो जायेंगी और ऐसा होने पर एक चेतना की जागृति होगी तब आपको इस्वरीये शक्ति एहसास होना सुरू होगा आपके अन्दर एक नई खोज की सुरूआत होगी जिससे आप अपनी कमियों को जान पायेगें आपने जीवन में जो भी खो दिया हो या जिसमे भी न उम्मीद मिली है उसका करण खोज पायेंगे, यह आपके जीवन का एक ऐसा झड होगा जब आपको सुयंम ज्ञान प्राप्त होना सुरू हो जायेगा, और आप यह भी जान पाएंगे कि सफलता प्राप्त करने के लिए क्या करना पड़ेगा आप स्यंम से सबाल करने लगेगें और यह सबाल आपने आपसे जुडी हुई मदद करेगा, और इसीसे आपके जीवन में नया बदलाब आएगा
- आपके चरित्र में बदलाब होगा जब आप खुदसे जुड़ने लगेगें तो खुदकी कमियों को समझने लगेंगें, तो इससे आप बदलना प्रारम्भ कर देंगे, आप पहेले से ज्यादा शांत और स्थिर हो जायेंगे, चीजो को गहराई से समझने लगेगें, इश्वर की खोज करने से सबसे पहले हमारे अन्दर परिवर्तन आना सुरू हो जाता है ताकि हम उनकी भाषा को समज सकें l
- आप किसी भी चीज में हार-जीत का अनुभब नहीं करेंगे, मित्रों यह वो बख्त होगा जब आप बदल चुके होंगे, आपके जीवन में किसी भी प्रकार की हार-जीत का अनुभव नहीं होगा, आपका दुनिया देखने का नजरिया एकदम बदल ही जायेगा, आप इन सब से ऊपर उठ जायेंगे, आपको यह समस्त संसार एक नाटक जैसा लगेगा, आपका अन्त्रमय बिल्कुल स्थिर हो जायेगा, आपको किसी भी बस्तु के प्रति ना ही द्रोड़ होगा और ना ही उसके खो जाने पर दुःख होगा, आप दुःख या सुख किसी भी स्थिति में विचलित नहीं होंगे, इस समय में आपको इश्वर के प्रति आस्था और बड जाएगी l
- आपको परीक्षा देना होगा जब आपको यह महसूस होने लगेगा कि आप इश्वर के बहुत निकट पहुँच चुके हो उसी समय आपके जीवन में सबसे बड़ा झटका लगेगा, मित्रों यह इश्वर की सबसे कड़ी परीक्षा होती है यह आपके विश्वास, आपकी बुद्धि, आपकी आस्था हर चीज कि परीक्षा होगी, आपने अभी तक अपनी यात्रा और साधना के द्वारा जोभी ज्ञान प्राप्त किये हैं उसकी भी परीक्षा होगी l इस समय में आपको वो सारी चीजें जो जीवन में मिलना बहुत ही मुस्किल है वो सब आपको आसानी से मिल जाएगी, ऐसे में आपकी परीक्षा होती है कि आपको इन सब चीजों से अभी भी कितना लगाब है यदि आप इस मोह माया में उलझ जाते हैं तो इश्वर की इस परीक्षा में आप असभल हो जायेंगें l
- ईश्वर के प्रति गंभीर आस्था इस स्थिति में पहुचने पर आपके मन में बिल्कुल भी संसय नहीं रहेगा कि इश्वर आपके साथ या नहीं आपको हरपल इश्वर का और उनके आपके साथ होने का एहसास होगा l इस समय पर आप स्यम् इश्वर से मिल पायेगें, उनसे बात कर पाएंगे l इस अनुभूति को पाकर आपको ऐसी शांति और आनंद मिलेगा जिसे बातों के द्वारा समझाया नहीं जा सकता l
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